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आगरा-अन्तर्राज्यीय गांजा तस्करी गिरोह का पर्दाफाश, ट्रक में लदे 494 किलो गांजे के साथ तीन गिरफ्तार

by morning on | 2025-06-02 15:49:08

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आगरा-अन्तर्राज्यीय गांजा तस्करी गिरोह का पर्दाफाश, ट्रक में लदे 494 किलो गांजे के साथ तीन गिरफ्तार

Morning City

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब तीन करोड़ रुपये

आगरा। कमिश्नरेट पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी और निर्णायक कार्रवाई करते हुए अन्तर्राज्यीय गांजा तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह कार्रवाई डीसीपी सिटी सोनम कुमार के नेतृत्व में की गई, जिसमें पुलिस ने एक ट्रक में लदे करीब 494.35 किलोग्राम अवैध गांजे के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। बरामद गांजे की अनुमानित अंतरराष्ट्रीय कीमत लगभग तीन करोड़ रुपये आंकी गई है। कार्रवाई के दौरान एक ट्रक, एक कार, सात मोबाइल, नकद रुपये, आधार और पैन कार्ड सहित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी पुलिस के हाथ लगे हैं।

यह संयुक्त कार्रवाई थाना सिकंदरा पुलिस, सर्विलांस व एसओजी टीम ने मिलकर की। पुलिस को सूचना मिली थी कि गांजे से लदा ट्रक सिकंदरा क्षेत्र से होकर गुजरने वाला है। मुखबिर से मिली सटीक जानकारी के आधार पर पुलिस टीम ने हीरालाल की प्याऊ के पास चेकिंग अभियान चलाया और मौके पर ट्रक को रोककर उसमें सवार तीन अभियुक्तों को दबोच लिया। पुलिस उपायुक्त नगर सोनम कुमार के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई में सहायक पुलिस आयुक्त, हरीपर्वत की निगरानी में ट्रक और कार की तलाशी ली गई, जिसमें भारी मात्रा में गांजा बरामद हुआ।

गिरफ्तार अभियुक्तों में मोहम्मद अफसार, धर्मा उर्फ धर्मपाल और प्रसन्नजीत मित्र शामिल हैं। इनसे की गई पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह गिरोह उड़ीसा और आंध्रप्रदेश से गांजा खरीद कर ट्रकों के जरिए आगरा, मथुरा और गाजियाबाद जैसे क्षेत्रों में सप्लाई करता था। मुख्य आरोपी अफसार ने बताया कि वह उड़ीसा के दिलीप नामक व्यक्ति से 3000 रुपये प्रति किलो की दर से गांजा खरीदता था और बाद में लोनी क्षेत्र में रहने वाले अंजुम और जाकिर को 10 से 15 हजार रुपये प्रति किलो की दर से बेच देता था। तस्करी का सारा लेन-देन नकद में किया जाता था, जिससे पुलिस को इसका कोई डिजिटल सुराग न मिले।

अभियुक्त धर्मपाल ने बताया कि उसका काम ट्रकों और लेबर की व्यवस्था करना था, जबकि तीसरा अभियुक्त प्रसन्नजीत मित्र मूल रूप से पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले का निवासी है और गांजे की ढुलाई में शामिल था। पुलिस के अनुसार, गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और अंतर्राज्यीय नेटवर्क के जरिए अवैध मादक पदार्थों की तस्करी को अंजाम दे रहा था। पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े फरार तस्करों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है। इनमें अनिल शर्मा, राहुल, रनंजय (पिनाहट, आगरा निवासी), अंजुम व जाकिर (लोनी, गाजियाबाद निवासी) और दिलीप (आंध्रप्रदेश निवासी) शामिल हैं। पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें गठित कर चुकी है और इनके मोबाइल लोकेशन व पुराने आपराधिक रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं।

इस पूरे ऑपरेशन में थाना सिकंदरा प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार शर्मा, एसओजी प्रभारी निरीक्षक जैकब फर्नांडिस, सर्विलांस नगर जोन प्रभारी निरीक्षक अंकुर मलिक के नेतृत्व में कई अनुभवी पुलिसकर्मी शामिल रहे। कमिश्नरेट पुलिस का कहना है कि मादक पदार्थों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए इस तरह की कार्रवाइयां लगातार जारी रहेंगी। डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने इस सफलता पर पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाने और अपराधियों पर शिकंजा कसने की दिशा में यह कार्रवाई एक अहम कदम है।

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