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Mainpuri News:किसी प्रसूता की मौत होने पर क्यों दौंड़ती है स्वास्थ्य विभाग टीम

by morning on | 2025-08-02 17:10:09

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Mainpuri News:किसी प्रसूता की मौत होने पर क्यों दौंड़ती है स्वास्थ्य विभाग टीम

फोटो परिचय- सांकेतिक तस्वीर।


- करहल में प्रसूता की मौत के बाद तीन अस्पताल किए गए सीज


- अब सवाल, प्रसूता की मौत का कौन जिम्मेदार, मैनपुरी में अवैध रुप से संचालित सैंकड़ो हॉस्पिटल

Morning City

मैनपुरी कस्वा करहल स्थित न्यू आशा हॉस्पिटल में सिजेरियन प्रसव के बाद 32 वर्षीय महिला की आगरा के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत होने के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को दौड़ लगाई। न्यू आशा हॉस्पिटल को सीज कर दिया। इसके अलावा दो अन्य अस्पताल भी सीज किए। इनमें दिव्यांशी हॉस्पिटल और राधा हॉस्पिटल भी शामिल रहा। इन तीनों के पास पंजीकरण मान्य नहीं पाया गया। बिना पंजीकरण रिन्यूअल के इनको संचालित किया जा रहा था।

ज्ञात हो कि कुर्रा थाना क्षेत्र के भटोहा गांव निवासी रविकांत उर्फ रवि की पत्नी नंदिनी को प्रसव पीड़ा होने पर 29 जुलाई को करहल स्थित न्यू आशा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। शाम को सिजेरियन प्रसव के बाद नंदिनी ने एक पुत्री को जन्म दिया, लेकिन ऑपरेशन के कुछ ही देर बाद उन्हें अत्यधिक रक्तस्राव होने लगा। हालत बिगड़ते देख, डॉक्टर स्वयं नंदिनी को परिजन के साथ मेडिकल कॉलेज सैफई ले गए। वहां से गंभीर हालत बताकर उन्हें रेफर कर दिया गया। इसी बीच डॉक्टर वहां से फरार हो गया। परिजनों ने नंदिनी को आगरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान बृहस्पतिवार सुबह उनकी मृत्यु हो गई। डिप्टी सीएमओ एवं नोडल अधिकारी पंजीकरण डॉ. सुरेंद्र सिंह ने बताया कि यह न्यू आशा हॉस्पिटल, राधा हॉस्पिटल और दिव्यांशी हॉस्पिटल को सीज किया गया है।

आखिर किसकी मेहरवानी से संचालित सैंकड़ो हॉस्पिटल
अगर देखा जाए तो मैनपुरी जनपद में सैंकड़ो हॉस्पिटल अवैध संचालित किए जा रहे है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग जब किसी हॉस्पिटल में किसी प्रसूता की मौत हो जाती है तभी कार्रवाई करता है। प्रसूता की मौत से पहले स्वास्थ्य गहरी नींद में सोया हुआ रहता है। अगर स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय रहते अवैध हॉस्पिटलों पर कार्रवाई करें तो शायद किसी प्रसूता की मौत को टाला जा सकता है। लेकिन मैनपुरी के स्वास्थ्य विभाग में चांदी के सिक्को का खेल चल रहा है।

प्रसूता की मौत के बाद ही खुलती है स्वास्थ्य विभाग की नींद
जनपद में जब भी किसी हॉस्पिटल में प्रसूता की मौत हो जाती है। मैनपुरी के स्वास्थ्य विभाग की नींद भी तभी खुलती हैं, प्रसूता की मौत के बाद अवैध हॉस्पिटलों के खिलाफ धड़ाधड़ कार्रवाई की जाती है। लेकिन प्रसूता की मौत से पहले स्वास्थ्य विभाग की नींद नहीं खुलती है। अगर स्वास्थ्य विभाग अवैध हॉस्पिटलों का संचालन ही नहीं होने दें तो किसी प्रसूता की जिंदगी बचाई जा सकती है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ऐसा नहीं करता है।

क्या बोले डिप्टी सीएम/स्वास्थ्य मंत्री
मैनपुरी के हॉस्पिटल में प्रसूता की मौत होने पर ही हॉस्पिटलो पर कार्रवाई होने का मामला संज्ञान में नहीं है। अगर मैनपुरी जनपद में अवैध रुप से हॉस्पिटल संचालित किए जा रहे है। और स्वास्थ्य विभाग द्वारा इनपर कार्रवाई क्यो नहीं की जा रहीं है। इसकी पूरी जांच कराई जाएगी, जांच के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। मैनपुरी में अवैध हॉस्पिटलों का संचालन किसी भी सरूत में नहीं होने दिया जाएगा।- बृजेश पाठक, डिप्टी सीएम/स्वास्थ्य मंत्री उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ।


फोटो परिचय- बृजेश पाठक, डिप्टी सीएम।

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